श्री षटखंडागम जी की पहली टीका श्री धवला जी (16ग्रंथ) का पहली बार प्रकाशन विदिशा नगरी के गौरव प्रसिद्ध सेठ श्री लक्ष्मीचंद जी ने करवाया था उन्होंने उस समय गजरथ करवाने के बजाय इन ग्रंथों के प्रकाशन का निर्णय लिया था।
श्री पद्मप्रभु भगवान की 1943 में किला अंदर मंदिर जी से प्राप्त हुई प्रतिमा अतिशयकारी है
यहां पर चर्या शिरोमणी आचार्य श्री विशुद्ध सागर जी के परम प्रभावक शिष्य मुनि श्री सुप्रभसागर जी का ससंघ "तत्वार्णव चातुर्मास 2022" चल रहा है।
पता | श्री 1008 शांतिनाथ दिगंबर जैन मंदिर, स्टेशन रोड, माधवगंज, बारीपुरा, विदिशा (म.प्र.) |
संपर्क | 011-5695855 |
ईमेल | baripura@gmail.com |
रहने की / आवास सुविधा | धर्मशाला |
राज्य | मध्य प्रदेश |
निकटतम रेलवे स्टेशन | विदिशा रेलवे स्टेशन |
निकटतम हवाई अड्डा | भोपाल हवाई अड्डा |
दिल्ली से मंदिर की दूरी सड़क द्वारा | 757 Km |
आगरा से मंदिर की दूरी सड़क द्वारा | 504 Km |
जयपुर से मंदिर की दूरी सड़क द्वारा | 614 Km |
Address | Shri 1008 Shantinath Digamber Jain Mandir, Station Road, Madhavganj, Baripura, Vidisha (M.P.) |
Contact No | 011-5695855 |
baripura@gmail.com | |
Accommodation/accommodation/facility | Hospice |
State | Madhya Pradesh |
Nearest Railway Station | Vidisha Railway Station |
Nearest Airport | Bhopal Airport |
Distance of Temple from Delhi by road | 757 Km |
Distance of Temple from Agra by road | 504 Km |
Distance of Temple from Jaipur by road | 614 Km |