श्री 1008 मुनिसुव्रतनाथ दिगंबर जैन अतिशय क्षेत्र जहाजपुर का इतिहास बहुत लंबा और दिलचस्प है। यह मंदिर भारत के राजस्थान के भीलवाड़ा जिले के जहाजपुर शहर में स्थित है। यह जैन तीर्थंकर मुनिसुव्रतनाथ को समर्पित है।
मंदिर का निर्माण 20वीं सदी की शुरुआत में सेठ श्री चांदमलजी जैन नामक एक धनी जैन व्यापारी ने किया था। मंदिर का निर्माण पूरा होने में 20 साल से अधिक का समय लगा। यह मंदिर सफेद संगमरमर से बना है और जटिल नक्काशी से सजाया गया है।
मंदिर की मुख्य मूर्ति मुनिसुव्रतनाथ की 108 फुट ऊंची मूर्ति है। यह मूर्ति काले संगमरमर से बनी है और कहा जाता है कि यह दुनिया में मुनिसुव्रतनाथ की सबसे बड़ी मूर्तियों में से एक है।
यह मंदिर पूरे भारत के जैनियों के लिए एक लोकप्रिय तीर्थ स्थल है। यह एक लोकप्रिय पर्यटन स्थल भी है।
पता | श्री 1008 मुनिसुव्रतनाथ दिगंबर जैन अतिशय क्षेत्र जहाजपुर (स्वस्ति धाम), जहाजपुर, जिला-भीलवाड़ा (राजस्थान) |
संपर्क | 097820 63107 |
ईमेल | jahazpurjain@gmail.com |
रहने की / आवास सुविधा | धर्मशाला |
राज्य | राजस्थान |
निकटतम रेलवे स्टेशन | कोटा जंक्शन रेलवे स्टेशन |
निकटतम हवाई अड्डा | जयपुर हवाई अड्डा |
दिल्ली से मंदिर की दूरी सड़क द्वारा | 453 Km |
आगरा से मंदिर की दूरी सड़क द्वारा | 383 Km |
जयपुर से मंदिर की दूरी सड़क द्वारा | 195 Km |
Address | Shri 1008 Munisuvratnath Digambar Jain Atishay Kshetra Jahazpur (Swasti Dham), Jahazpur, District-Bhilwara (Rajasthan) |
Contact No | 097820 63107 |
jahazpurjain@gmail.com | |
Accommodation/accommodation/facility | Hospice |
State | Rajasthan |
Nearest Railway Station | Kota Junction railway station |
Nearest Airport | Jaipur Airport |
Distance of Temple from Delhi by road | 453 Km |
Distance of Temple from Agra by road | 383 Km |
Distance of Temple from Jaipur by road | 195 Km |