खजुराहो के अलावा यहाँ 12वीं शताब्दी में परमारों के काल में बना एक प्राचीन मंदिर भी है। मालवा के राजा बल्लाल ने गंभीर बीमारी से ठीक होने के बाद 100 मंदिर बनवाने का संकल्प लिया था, लेकिन वे केवल 99 मंदिर ही बनवा पाए, जो सौ से एक कम थे।इसलिए इस जगह का नाम ऊना पड़ा। (अर्थात 100 से एक कम) यह मंदिर बाद में लुप्त हो गया।
इस मंदिर की खोज वर्ष 1914 में हुई जब सुसारी के सेठ श्री हरसुभजी ऊना आए। वर्ष 1934 में यहाँ पूजा के लिए एक व्यक्ति को नियुक्त किया गया। वि.स. 1252 में स्थापित भगवान महावीर स्वामी की एक बहुत ही आकर्षक मूर्ति भूमिगत स्थान से मिली थी। वि.स. 1953 में धर्मशाला की नींव रखने की तैयारी के समय
पता | श्री दिगम्बर जैन सिद्ध क्षेत्र पावागिरी ऊना, जिला-खरगोन (मध्य प्रदेश) |
संपर्क | 9568742564 |
ईमेल | jainsamaj@gmail.com |
रहने की / आवास सुविधा | धर्मशाला |
राज्य | मध्य प्रदेश |
निकटतम रेलवे स्टेशन | सनावद रेलवे स्टेशन |
निकटतम हवाई अड्डा | इंदौर हवाई अड्डा |
दिल्ली से मंदिर की दूरी सड़क द्वारा | 946 Km |
आगरा से मंदिर की दूरी सड़क द्वारा | 771 Km |
जयपुर से मंदिर की दूरी सड़क द्वारा | 728 Km |
Address | Shri Digamber Jain Siddha Kshetra Pavagiri Una, District-Khargone (Madhya Pradesh) |
Contact No | 9568742564 |
jainsamaj@gmail.com | |
Accommodation/accommodation/facility | Hospice |
State | Madhya Pradesh |
Nearest Railway Station | Sanawad Railway Station |
Nearest Airport | Indore Airport |
Distance of Temple from Delhi by road | 946 Km |
Distance of Temple from Agra by road | 771 Km |
Distance of Temple from Jaipur by road | 728 Km |