यह स्थान प्रतापगढ़-चित्तौगढ़ राजमार्ग पर प्रतापगढ़ से 4 किमी दूर है। प्रतापगढ़ में 7 विशाल और सुंदर दिगंबर जैन मंदिर हैं। मूलनायक भगवान अजितनाथ की स्थापना 1656 में हुई थी। मंदिर में चंद्रप्रभु की एक सुंदर मूर्ति भी है। चमत्कार: 1856 में जब मंदिर में भगवान पार्श्वनाथ की मूर्ति स्थापित करने की योजना बनाई गई थी। मूर्ति 5 फीट ऊंची और भारी थी, और चूंकि मंदिर का प्रवेश द्वार छोटा था, इसलिए मूर्ति को अंदर ले जाना मुश्किल था। तब भट्ट्रक हेमाचार्य ने तीन दिन तक उपवास किया और मूर्ति स्थापित करने का अनुरोध किया। जब मूर्ति को उठाया गया, तो उसका वजन कम हो गया और आकार भी कम हो गया, और मूर्ति को मंदिर में आसानी से स्थापित किया जा सका। 1960 में मंदिर का जीर्णोद्धार हुआ...
पता | श्री 1008 श्री मुनि सुव्रतनाथ दिगम्बर जैन मंदिर, कुलथाना, जिला-प्रतापगढ़ (राजस्थान) |
संपर्क | 01478 - 223590, 222077, 220492, 222444 |
ईमेल | jaindata.com |
रहने की / आवास सुविधा | धर्मशाला |
राज्य | राजस्थान |
निकटतम रेलवे स्टेशन | चित्तौड़गढ़ रेलवे स्टेशन |
निकटतम हवाई अड्डा | उदयपुर हवाई अड्डा |
दिल्ली से मंदिर की दूरी सड़क द्वारा | 725 Km |
आगरा से मंदिर की दूरी सड़क द्वारा | 658 Km |
जयपुर से मंदिर की दूरी सड़क द्वारा | 148 Km |
Address | Shri 1008 Shri Muni Suvratnath Digamber Jain Mandir, Kulthana, District-Pratapgarh (Rajasthan) |
Contact No | 01478 - 223590, 222077, 220492, 222444 |
jaindata.com | |
Accommodation/accommodation/facility | Hospice |
State | Rajasthan |
Nearest Railway Station | Chittorgarh Railway Station |
Nearest Airport | Udaipur Airport |
Distance of Temple from Delhi by road | 725 Km |
Distance of Temple from Agra by road | 658 Km |
Distance of Temple from Jaipur by road | 418 Km |