स्फटिक मणि (क्वार्ट्ज क्रिस्टल) में उकेरी गई भगवान आदिनाथ की 6 इंच की मूर्ति मंदिर से 1 किमी दूर पृथ्वी से प्राप्त की गई थी। मूर्ति स्थापित होने के बाद से यहां कई चमत्कार होते रहे हैं, और इसलिए इस स्थान का नाम चमत्कारजी (चमत्कारों का स्थान) पड़ गया। विक्रम संवत 1889 भाद्रपद कृष्ण-1 के दिन 'जोगी' नामक किसान को एक स्वप्न दिखाई दिया। सपने में उसने देखा कि खेत जोतते समय हल अचानक रुक गया और आगे नहीं बढ़ा। अगले दिन वह अपने परिवार के साथ उचित स्थान पर पहुंचा और ध्यानपूर्वक खुदाई करने लगा। दिन के उजाले में मूर्ति का एक भाग दर्पण की तरह चमकता हुआ देखना। उन्होंने सावधानीपूर्वक मूर्ति को खोदकर निकाला। उस समय आकाश में जय-जय की ध्वनि सुनाई दी और केसर की वर्षा भी देखी गई। जैसे ही यह बात जनता में फैली तो लोग समूह बनाकर वहां आने लगे। मूर्ति के दर्शन के बाद इसे जैन धर्म के प्रथम तीर्थंकर भगवान आदिनाथ की दिगंबर मूर्ति बताया गया। जैनियों ने मूर्ति को सवाईमाधोपुर शहर के एक मंदिर में स्थापित करने का निर्णय लिया। एक रथ तैयार किया गया, उसमें मूर्ति रखी गई, लेकिन रथ वहां से नहीं हिला, लोगों ने बार-बार कोशिश की लेकिन सब व्यर्थ। उस स्थान पर भव्य मंदिर बनाने का निर्णय लिया गया। कुछ ही समय में एक विशाल भव्य एवं कलात्मक मंदिर का निर्माण किया गया, गर्भगृह के शीर्ष पर सुंदर शिखर का निर्माण किया गया। उस चमत्कारी मूर्ति को मंदिर में स्थापित कर दिया गया और जिस स्थान पर मूर्ति धरती से प्राप्त हुई थी उस स्थान पर एक छतरी का निर्माण कराया गया है। इस छतरी में पैरों की छवियाँ स्थापित हैं। यहां तक कि मुस्लिम राजा नसरुद्दीन और सफ़रुद्दीन ने भी इस स्थान की पूजा की और मंदिर के लिए कई छतरियों का निर्माण किया। Google मानचित्र मंदिर का सटीक स्थान दिखाता है। शहर में 7 अन्य दिगंबर जैन मंदिर हैं। यदि किसी के पास प्रत्येक मंदिर का विवरण है तो कृपया मंदिरों को साझा करें। यहां मंदिरों की सूची दी गई है- 1. दीवानजी का मंदिर: यहां 750 मूर्तियां हैं। उनमें से कई रणथंभौर के किले से लाए गए हैं। 2. पंचायती मंदिर: प्रमुख देवता भगवान पार्श्वनाथ और कई अन्य। 3. मुदायमी मंदिर (कांच का मंदिर): प्रमुख देवता भगवान पार्श्वनाथ, यहां कांच और दर्पणों का कलात्मक काम देखने लायक है। 4. सांवलाजी मंदिर: प्रमुख देवता भगवान आदिनाथ 5. तेरापंथी मंदिर: प्रमुख देवता भगवान आदिनाथ 6. भसावरी मंदिर: प्रमुख देवता भगवान पार्श्वनाथ 7. दिगंबर जैन नसियां मंदिर
पता | श्री दिगम्बर जैन प्राचीन मंदिर अतिशय क्षेत्र, शेरपुर, जिला-सवाई माधोपुर (राजस्थान) |
संपर्क | 07462 233816 |
ईमेल | jainsherpur@gmail.com |
रहने की / आवास सुविधा | धर्मशाला |
राज्य | राजस्थान |
निकटतम रेलवे स्टेशन | सवाई माधोपुर रेलवे स्टेशन |
निकटतम हवाई अड्डा | जयपुर अड्डा |
दिल्ली से मंदिर की दूरी सड़क द्वारा | 348 Km |
आगरा से मंदिर की दूरी सड़क द्वारा | 281 Km |
जयपुर से मंदिर की दूरी सड़क द्वारा | 154 Km |
Address | Shri Digamber Jain Pracheen Mandir Atishaya Kshetra, Sherpur, District - Sawai Madhopur (Rajasthan) |
Contact No | 07462 233816 |
jainsherpur@gmail.com | |
Accommodation/accommodation/facility | Hospice |
State | Rajasthan |
Nearest Railway Station | Sawai Madhopur Railway Station |
Nearest Airport | Jaipur Airport |
Distance of Temple from Delhi by road | 348 Km |
Distance of Temple from Agra by road | 281 Km |
Distance of Temple from Jaipur by road | 154 Km |